लंबे इंतजार के बाद कोटा शहर में बुधवार शाम तेज हवा संग मूसलाधार बारिश हुई। शहरवासी इस बारिश का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। बारिश से भीषण गर्मी व उमस से लोगों को राहत मिली। तेज हवा व बारिश से शहर में कई इलाकों की बिजली गुल हो गई। लोग अंधेरे में रहे। निचले इलाकों में पानी भर गया। कई लोग भीगते हुए घरों पर पहुंचे।
इससे पहले बुधवार सुबह भीषण गर्मी व उमस का वातावरण रहा। हालात यह रहे कि लोग पसीने से तरबतर होते रहे। कूलर-पंखों की हवा भी बेअसर रही। दोपहर बाद बादल छाए और कुछ क्षेत्रों में छींटे गिरे। इससे उमस का जोर बढ़ गया। शाम 7.30 बजे फिर बादल घिर आए और रात 8 बजे तेज हवा संग मूसलाधार बारिश शुरू हो गई, जो आधे घंटे से अधिक समय तक जारी रही। बारिश के दौरान बिजली कड़की और तेज गर्जना होती रही। इसके बाद रात 9 बजे तक रिमझिम बारिश का दौर चलता रहा। बिजली गुल होने पर केईडीएल कंपनी की टीमें बिजली व्यवस्था को ठीक करने के लिए दौड़ती रही।
बता दें कि एक सप्ताह से अधिक समय से कोटा शहर में तेज बारिश नहीं हो रही थी। इसके चलते भीषण गर्मी व उमस का वातावरण बन गया था। लोग बारिश का इंतजार कर रहे थे।
70 प्रतिशत पहुंच चुकी थी आर्द्रता
मौसम विभाग के अनुसार, कोटा शहर का अधिकतम तापमान 37 डिग्री और न्यूनतम तापमान 2 डिग्री बढ़कर 29.6 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह 8.30 बजे की आर्द्रता 70 प्रतिशत तक पहुंच चुकी थी। बीते 24 घंटे में 2.0 एमएम बारिश दर्ज की गई।
पिछले साल से अधिक हो चुकी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, कोटा शहर में पिछले साल 17 जुलाई तक 300 एमएम से ज्यादा बारिश दर्ज की जा चुकी थी। इस साल मानसून सीजन में 17 जुलाई तक 381.7 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है।
पिड़ावा में तीन इंच बारिश
झालावाड़ शहर में दिनभर उमस ने खासा परेशान किया। दिनभर बादलों की आवाजाही रही। काली घटाएं छाई, लेकिन बिन बरसे ही निकल गई। बुधवार को बकानी, रटलाई, पिड़ावा, डग, गंगधार, झालरापाटन, भवानीमंडी में बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश तीन इंच पिड़ावा में हुई। डग में 12, गंगधार में 1 एमएम बारिश हुई। शाम को कई कस्बों में पांच बजे बाद अच्छी बारिश हुई। बूंदी व बारां जिले के कई इलाकों में बारिश हुई है।