पंडलूर. कडलूर और पंदलूर में लगातार भारी बारिश के कारण ज्यादातर इलाकों में बाढ़ आ गई। अग्निशमन विभाग ने बाढ़ में फंसे 48 लोगों को बचाया। पिछले कुछ दिनों से नीलगिरि जिले के कडलूर और पंडलूर इलाकों में भारी बारिश हो रही है। इसके कारण पंडलूर क्षेत्र बाढ़ से घिरे जंगल जैसा दिखने लगा है।
सोमवार सुबह तक पंडलूर में 62, कडलूर में 45, लोअर कोटगिरि में 31, देवाला में 46, सेरांगोडे में 128, अविलांची में 18, पथनतुरै में 134, ओवेली में 39, अपर भवानी में 16 एवं सेरुमुल्ली में 133 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा पडनतोरै इलाके में भारी बारिश के कारण आलवयल रोड और कनियमवयल रोड पर पानी भर गया है जिससे यातायात अवरुद्ध हो गया है। पडनतोरै इलाके में आविन दूध स्टेशन पूरी तरह से पानी से घिरा हुआ है, इसलिए कर्मचारियों को दूध के डिब्बे ले जाने में बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। भारी बारिश के कारण पंडलूर बाजार इलाके की सड़कें पानी से लबालब हो गई है जिससे नदी जैसी नजर आ रही है। इसके चलते पंडलूर इलाके में यातायात बाधित हो रहा है। देवाला-करियचोलै रोड पर भी काफी देर तक यातायात बाधित रहा।
देवाला-करियाचोलै मार्ग पर बिल्लुकडै के पास भूस्खलन से सड़क टूट गई है। इन इलाकों में लगातार बारिश के कारण बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। सोमवार को कडलूर और पंडलूर तालुकों में स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियों की घोषणा की गई थी। पंडलूर जिला कलक्टर कृष्णमूर्ति ने कहा पंडलूर में बारिश जारी है। 15 से ज्यादा जगहों पर भूस्खलन हुआ है। 50 लोगों को शिविरों में ठहराया गया है जबकि और अधिक शिविर स्थापित करने के कदम उठाए गए हैं। कडलूर के पास इरुवयल नामक इलाके में बारिश के कारण 9 घर जलमग्न हो गए। इसके कारण लोग अपने घरों में नहीं रह पा रहे हैं। कडलूर स्टेशन अधिकारी (पीओ) शंकर के नेतृत्व में अग्निशमन विभाग ने इलाके में फंसे 46 लोगों को बचाकर उनको दोरापल्ली जीटीआर मिडिल स्कूल में ठहराया। इसके अलावा पुदुर वेल गवर्नमेंट हाई स्कूल में ठहराए गए 2 लोगों को भी यहां लाया गया, जिससे कुल 48 लोग हो गए।