तिरुचि. तिरुचि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर 1,112 करोड़ रुपए की लागत से बना नया टर्मिनल मंगलवार से चालू हो गया। इस नए एकीकृत टर्मिनल के बनने से हवाईअड्डे की यात्री सेवा क्षमता 45 लाख यात्री प्रति वर्ष हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस परियोजना की आधारशिला रखी थी। नया टर्मिनल 3 साल के भीतर पूरा हो गया और गत 2 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी ने इसका उद्घाटन किया। तिरुचि अंतररष्ट्रीय हवाईअड्डे की ओर से बताया गया कि चेन्नई से तिरुचि जाने वाली इंडिगो की एक उड़ान नए टर्मिनल पर सबसे पहले पहुंची। इंडिगो के विमान पर वाटर कैनन से सलामी दी गई। एयरपोर्ट अधिकारियों ने यात्रियों को मिठाई खिलाकर नए टर्मिनल के उद्घाटन का जश्न मनाया।
750 कारों, 250 टैक्सियों और 10 बसों के लिए पार्किंग की सुविधा
नए टर्मिनल पर एक बार में 3,500 से अधिक यात्री आ-जा सकते हैं। इसमें 750 कारों, 250 टैक्सियों और 10 बसों के लिए पार्किंग की सुविधा दी गई है। प्रस्थान के लिए 10 गेट, आगमन के लिए 6 गेट, 60 चेक-इन काउंटर, इमिग्रेशन सेक्शन के लिए 40-40 काउंटर, 15 एक्स-रे मशीन, 3 वीआईपी लाउंज। यात्रियों का सामान ले जाने के लिए रैंप कन्वेीनर लगाया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त एक अवलोकन टावर रनवे के किसी भी हिस्से पर 360 डिग्री के कोण पर नजर रख सकता है। नए एकीकृत टर्मिनल पर प्रति घंटे 12 उड़ानों को संभालने की सुविधा है। 24 घंटे में कम से कम 240 उड़ानें उतर सकती हैं और उड़ान भर सकती हैं। यह नया टर्मिनल कुल 75,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया गया है।