प्रतापगढ़.
कांठल में गत कुछ वर्षों से रक्तदान को लेकर लोगों में रुझान बढऩे लगा है। गत वर्षों में करीब दो दर्जन स्वयंसेवी संस्थाएं जरुरतमंदों को रक्त उपलब्ध करा रही है। इस पुनित कार्य में सोशल मीडिया के जरिए काफी जागरूकता आने लगी है। जिससे आवश्यकता होने पर मरीजों को रक्त उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं सोशल मीडिया पर सूचनाओं पर जरुरतमंदों को रक्त मिल रहा है। कुछ वर्ष पहले जरुरतमंद लोगों को रक्त के अभाव में काफी परेशानी उठानी पड़ती थी। समय बीतने के साथ अब धीरे-धीरे लोगों में जागरुकता आ रही है और रक्तदान का महत्व समझने लगे हैं। ऐसे में जिले में रक्तदान करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिसके चलते अब जरुरतमंद लोगों को आसानी से रक्त मिल जाता है और उनकी जान बच जाती है।
यह है ब्लड बैंक की स्थिति
जिला चिकित्सालय में ब्लड बैंक की वर्ष १९९६ में स्थापना हुई। इसके शुरुआती दिनों में जागरुकता के अभाव में लोग स्वैच्छिक रक्तदान में रुचि नहीं दिखाते थे। ऐसे में ब्लड बैंक में हमेशा रक्त की कमी बनी रहती थी। समय बीतने के साथ लोगों में जागरुकता आती जा रही है। लोग स्वैच्छिक रक्तदान करने लगे। ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. दिलीपकुमार ने बताया कि इस समय जिले में करीब दो दर्जन से अधिक स्वयंसेवी संस्थाएं रक्तदान को लेकर एक्टिव है। जो समय-समय पर शिविर लगाकर जिला चिकित्सालय और अन्य जिलों के ब्लड बैंक को रक्त उपलब्ध कराती है।
आवश्यकता पर पड़ौसी जिलों को
यहां जिला चिकित्सालय में इन दिनों पर्याप्त मात्रा में ब्लड उपलब्ध है। जबकि कई बार यहां अधिक ब्लड होने पर पड़ौसी जिलों को भी भेजा जाता है। जिसमें उदयपुर, चित्तौडग़ढ, बांसवाड़ा को भी भेजा जाता है।
इन मरीजों को काफी मदद
जिले में वर्तमान में ४१ मरीज थैलेसीमियां के हैं। जिन्हें हर माह रक्त की जरुरत पड़ती है। वहीं २ मरीज एब्लाप्सी एनिमिया के हैं। जिनके शरीर में खून बनता ही नहीं है। ये मरीज पूरी तरह से रक्तदान से मिले रक्त पर ही निर्भर रहते हैं। ऐसे में लोगों की ओर से किया गया रक्तदान ही इन्हें जीवन देता है।
ब्लड बैंक की स्थिति
ग्रुप यूनिट
ए २४
बी ५९
ओ ४६
एबी १८
कुल १४७
(आंकड़े ब्लड बैंक के अनुसार)
बढ़ गई जागरूकता, मिलने लगा ब्लड
प्रतापगढ़ जिले में गत वर्षों से रक्तदान को लेकर जागरूकता आने लगी है। ऐसे में अब रक्त की कमी दूर हो गई है। रक्तदान आज सबसे पुनित कार्य है। रक्तदान द्वारा किसी की जान बचाई जा सकती है। जिले में पहले रक्तदान को लेकर काफी भ्रांतियां थी। जिसे दूर किया जा रहा है। वहीं लोगों में भी रक्तदान को लेकर उत्साह देखा जा सकता है। इसी कारण कई संगठन अब आगे आ रहे है।
डॉ. ओपी दायमा
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, जिला चिकित्सालय प्रतापगढ़