आनासागर झील में जलकुम्भी और प्रदूषण को लेकर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने रविवार को अफसरों की क्लास लगाई। झील में लगातार गंदे नालों का पानी पहुंचने और जलकुंभी की सफाई में कोताही पर नाराजगी जताई। उन्होंने 2014 के बाद झील के आस-पास बने अवैध रेस्टोरेन्ट और ढाबों को सीज करने, एसटीपी के पानी की जांच कराने, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में गलत जवाब भेजने वाले अफसरों की जिम्मेदारी तय करने और मछली पालन के ठेके पर पुनर्विचार के निर्देश दिए।