स्वर्णनगरी के ऐतिहासिक सोनार किले के पुराने कारागृह स्थित मतदान बूथ पर सुबह 7 बजे से ही कतारें लगनी शुरू हो गई। सुबह 11 बजे तक कतारें रही, इसके बाद सूर्य की किरणों ने जैसे ही हमला बोला तो मतदाताओं की कतारें सिमटती रही। मौसम का असर मतदान पर साफ तौर पर दिखा। हैप्पी अवर्स में वोटिंग करने में नव मतदाता ही नहीं बल्कि महिलाएं व बुजुर्ग भी शामिल थे। सुबह-सुबह मतदान की गति तेज रही, लेकिन दोपहर में संख्या काफी कम हो गई, वहीं शाम को एक बार फिर मतदान को लेकर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। महिलाओं ने भी पहले वोट देना ही मुनासिब समझा, ताकि बाद में वोट देने के लिए घर के काम-काज के बीच में गर्मी में जाकर परेशानी न झेलनी पड़ी। शहरी क्षेत्र के अधिकांश बूथों पर मतदान शांतिपूर्व चल रहा था।