कलश यात्रा में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
दौसा. लवाण नगरपालिका मुख्यालय पर अग्रवाल समाज व वैष्णव समाज ने नवनिर्मित मंदिरों में मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद भंडारे आयोजित किए। इसमें सैकड़ों लोगों ने पंगत प्रसादी पाई।
वैष्णव समाज ने जयपुर बस स्टैंड पर तो अग्रवाल समाज ने झंडा चौक पर भंडारे का आयोजन किया। समाज के लोगों ने बैठक आयोजित कर कहा कि घर का मुखिया वहीं होता है, जो कि परिवार के सब सदस्य को साथ लेकर चले। सभी एक साथ परिवार में रहें।
अग्रवाल समाज के लोगों ने कहा कि सबसे पहले शिक्षा जरूरी है। शिक्षा के नहीं होने से जीवन में अंधेरा ही रहेगा। उन्होंने कहा कि जो पढऩा चाहता है, लेकिन रुपए नहीं हो तो समाज को उसही सहायता कर पढ़ाना चाहिए।
वैष्णव समाज के प्रबुद्धजनों ने कहा कि जिस घर में बेटी नहीं है, वह बेकार है। शादी में सबको बहू चाहिए,और लडक़ी को कोई देखना नहीं चाहता है तो शिक्षित बहू कहां से आएगी। बेटी को पढ़ाएंगे तो समाज स्वत ही शिक्षित हो जाएगा। भंडारे में पंद्रह बोरी चीनी के देशी घी के लड्डू, आठ सौ किलो चने की दाल और दस बोरी आटे की पूरी तैयार की गई।(नि.सं)
जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत
बसवा कस्बे के नीमला बाजार शिव मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर निकाली कलश यात्रा में लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। काली माता मंदिर पर पंडित पुरुषोत्तम शर्मा बसवा वाले ने मंत्रोच्चार के साथ झंडा पूजन करके कलश यात्रा को रवाना किया। दो बैंड, दो डीजे के शाही लवाजमें के साथ निकली कलश यात्रा में महिलाएं सिर पर कलश रखकर मंगल गीत गाती चल रही थी तो पुरुष श्रद्धालु हाथों में झंडा लेकर जयघोष लगाते हुए चल रहे थे। श्रद्धालु भगवान शंकर के भजनों पर नाचते-गाते चल रहे थे। लोगों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर व पानी की प्याऊ लगाकर स्वागत किया। कलश यात्रा कस्बे के प्रमुख मार्ग रामपुर गेट, झालानी मोहल्ला, सोनी बाजार, रामलीला मैदान, पुलिया, अस्पताल रोड होती हुई शिव मंदिर पहुंची ।
इस मौके पर पंडित कुंजबिहारी नीमला, पंडित पुरुषोत्तम शर्मा बसवा, पंडित घनश्याम अगवाली, यादवेंद्र अवस्थी, हरिमोहन मुद्गल ,लक्ष्मण दारूकुंटा, रवि, बाबूलाल, प्रेमचंद, नंदलाल, निरंजन, मोहनलाल, मदनलाल, सत्येंद्र, लोकेश, कंचन, हंसराज परेवा, गोपाल आदि मौजूद थे।