धुलण्डी के दिन शहर में गांवशाही गेर निकाली जाती हैं। यह परम्परा इस बार टूट गई। प्रशासन की ओर से बादशाह की सवारी निकालने की इजाजत नहीं देने के कारण पुष्करणा समाज की ओर से गेर का झण्डा व बीरबल नहीं दिया गया। पुष्करणा समाज के गेरियाें ने प्यारा चौक स्थित विश्वकर्मा मंदिर