पतझड़, सावन, वसंत, बहार, एक वर्ष के मौसम चार...। लेकिन यह बात अलवर में सही साबित नहीं हो रही। अलवर में एक पेड़ ऐसा भी है, जो सदैव सदाबहार रहता है। इसमें कभी पतझड़ आता ही नहीं है। ये पेड़ अलवर शहर के सर्किट हाउस में आज भी लगा हुआ है और हरा भरा है। इसका नाम है काला तें