कोटा. छप्पन भोग परिसर में चल रही श्रीराम कथा में तीसरे दिन भगवान राम की बाल लीलाओं समेत अन्य प्रसंग सुनाए। कथावाचक प्रेम भूषण महाराज ने अनूठे अंदाज में कथा सुनाते हुए प्रसंगों को जीवंत कर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा-दीक्षा के बाद महर्षि विश्वामित्र प्रभु राम-लक्ष्म