रेणी. कस्बे में स्थित चतुर्भुज मंदिर जनप्रतिनिधियों, देवस्थान विभाग व स्थानीय प्रशासन की उदासीनता से अब खंडहर होता जा रहा है। इसकी सुध नहीं ली जा रही है। दूसरी ऐतिहासिक धरोहर ङ्क्षजदों की बावड़ी भी सुरक्षित नहीं है। उस पर भी अतिक्रमण कर लिया गया है। ऐसे में दोनों ही ऐ