उत्पन्ना एकादशी का व्रत दो तरह से रखा जाता है. निर्जला और फलाहारी या जलीय व्रत. निर्जल व्रत को स्वस्थ्य व्यक्ति को ही रखना चाहिए. अन्य लोगों को फलाहारी या जलीय व्रत रखना चाहिए. इस व्रत में दशमी को रात में भोजन नहीं करना चाहिए. एकादशी को सुबह श्री कृष्ण की पूजा की जाती है. इस व्रत में सिर्फ फलों का ही भोग लगाया जाता है. इस दिन केवल जल और फल का ही सेवन किया जाता है. वीडियो में देखें उत्पन्ना एकादशी व्रत में क्या खाना चाहिए ?
The fast of Utpanna Ekadashi is observed in two ways. Waterless and fruit fast or water fast. Only a healthy person should observe the water fast. Other people should observe fruit or water fast. During this fast, one should not eat food at night on Dashami. Shri Krishna is worshiped in the morning on Ekadashi. Only fruits are offered during this fast. Only water and fruits are consumed on this day.
#UtpannaEkadashiVrat2023
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