पुरुषोत्तम रेड्डी@ चेन्नई.
बाढ़ प्रभावित हरेक व्यक्ति की अपनी अलग परेशानियां हैं लेकिन इन सबके बीच सबसे अधिक त्रस्त दिख रहे हैं प्रवासी श्रमिक और कामगार। दो जून रोटी की तलाश में घर से कोसों दूर आकर पसीना बहा रहे इन लोगों पर रोजी का संकट मंडराने लगा है। चक्रवात मिचौंग