धारवाड़ जिले में 2.20 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है। ऐसी गंभीर स्थिति में सरकार को किसानों के साथ खड़ा होना चाहिए था। पलायन को रोकने, मवेशी और बछड़े न बेचने पर रोकना चाहिए था। गौ शाला प्रारंभ कर चारा वितरण कराना चाहिए था। पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था करनी चाहिए थी।