कई वर्षों से मूर्तियों का विसर्जन नर्मदा के घाटों में चल समारोह के बाद होता रहा है, लेकिन विगत वर्षो से मूर्तियों का विसर्जन नगर के नाव घाट सिंहवाहिनी वार्ड, संगम घाट में नगरपालिका के द्वारा बनाए गए विसर्जन कुंड में किया जाता आ रहा है और कुछ दुर्गोत्सव समितियों द्वारा