कई दिन की मेहनत और लाखों रुपए खर्च कर बनाए गए रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले भी दशानन के अहंकार की तरह पलभर में खाक हो गए। नगर निगम की ओर से पटेल मैदान में आयोजित दशहरा महोत्सव में करीब 40 मिनट में संपूर्ण कार्यक्रम संपन्न हो गया, वहीं पुतले को जलने में मात्र 1 मिनट लगा।