डिप्रेशन यानी अवसाद से आज अधिकतर लोग ग्रस्त होते जा रहे हैं। इस कोरोना महामारी के दौर में भी लोगों में मानसिक समस्याएं जैसे तनाव, चिंता, अवसाद, उदासी, डर जैसी समस्याएं घेर रही हैं। हर एक व्यक्ति के अंदर किसी ना किसी बात को लेकर एक चिंता, डर सा व्याप्त है। बार-बार चिंतित रहना, एंग्जायटी, तनाव के लक्षण नजर आना भी डिप्रेशन की ओर धकेलता है। डिप्रेशन जैसे मानसिक विकार को हल्के में नहीं लेना चाहिए। इसमें मूड खराब होना, दुखी होना, अकेले बैठे रहना तो बेहद कॉमन लक्षण हैं, जब स्थिति अधिक गंभीर हो जाती है, तो पीड़ित व्यक्ति सुसाइड करने का भी मन बना लेता है।
For many people living with depression (it's estimated that 1 in 5 U.S. adults have received a depression diagnosis in their lifetime),1 prescription medications can be life-saving drugs. Antidepressants, such as selective serotonin reuptake inhibitors (SSRIs) like Prozac (fluoxetine) and Zoloft (sertraline), are the most widely prescribed medication for depression, and while they are often effective, they can have side effects and be expensive depending on your health insurance coverage.
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~HT.97~ED.118~