नन्द के आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की, हरि बिना म्होरी, गोपाल बिना म्होरी सरीखे जयकारों और स्तुती की गूंज घर-घर और मंदिरों में रही। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर गुरुवार को पूरा शहर कृष्ण के रंगों से सरोबार रहा। रात्रि 12 बजे भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव मनाए गए। शंख ध्वनि,