अजमेर. गांव की बेटियों को अच्छी तालीम मिले, बारहवीं के बाद पढ़ाई नहीं छोड़ें और उच्च शिक्षा के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में भी गांव की बेटियां शामिल होकर नाम रोशन करें। इसी मकसद को लेकर सरपंच खुद रोजाना सरकारी स्कूल में दो घंटे अंग्रेजी एवं इतिहास पढ़ा रही हैं।