सनातन धर्म में अधिक मास को बेहद पवित्र और खास माना जाता है. अधिक मास हर 3 साल में एक बार आता है. अधिकमास में पड़ने वाली अमावस्या भी उतनी ही महत्वपूर्ण मानी जाती है जितना कि अधिक मास. अमावस्या के दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध और तर्पण किया जाना बेहद लाभकारी होता है. वहीं अधिकमास में दान का भी बहुत महत्व है तो चलिए बताते हैं अधिक मास अमावस्या के दिन क्या दान करना चाहिए |
Adhik Maas is considered very special in Sanatan Dharma. Adhik Maas comes once in every 3 years. Amavasya falling in Adhikamas is also considered as important as Adhikamas. It is very beneficial to perform Shraddha and Tarpan for the peace of the souls of the ancestors on the day of Amavasya. At the same time, donation is also very important in Adhikamas, so let's tell what donation should be done on the day of Adhikamas Amavasya.
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