दूसरे प्रयास में हुए सफल
यूपीएससी में प्राप्त की है 647वीं रैंक
पहले प्रयास में इंटव्यू तक पहुंचे थे यश
वर्तमान समय में गोरखपुर के शाहपुर क्षेत्र के गीता वाटिका में रहते हैं यश
मूलरुप से देवरिया के भाटपाररानी के रहने वाले हैं यश
8 साल में सिर से उठ गया था पिता का साया
पिता को मानते हैं आदर्श
और अच्छी रैंकिग लाने के लिए करते रहेंगे प्रयास
निरन्तर प्रयास व कठिन परिश्रम को मानते हैं सफलता का मूलमंत्र
~HT.95~