जिले में वर्ष 2014 व उसके बाद कई प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों को कम नामांकन व अन्य कारणों से माध्यमिक व उच्च माध्यमिक में मर्ज किया गया था। उन स्कूलों के भवन आज समाजकंटकों व मवेशियों की शरण स्थली बने हुए हैं। उन भवनों का उपयोग करने के लिए ग्रामीणों के साथ जनप्रतिनिधि