पहले के ही प्रणाली की देन थी कि देश में 4 करोड़ से अधिक फर्जी गैस कनेक्शन थे, 4 करोड़ फर्जी राशन कार्ड थे, 1 करोड़ काल्पनिक महिलाओं और बच्चों को महिला और बाल विकास मंत्रालय की सहायता जा रही थी, अल्पसंख्यक मंत्रालय करीब 30 लाख फर्जी युवाओं को छात्रवृत्ति का लाभ दे रहा था।