बैसाखी के दिन सूर्य मेष राशि में आते हैं। ज्योतिषशास्त्र में मेष राशि को अग्नि तत्व की राशि कहा गया है। और सूर्य भी अग्नि तत्व के ग्रह हैं। ऐसे में जब मेष राशि में सूर्य का प्रवेश होता है तो गर्मी तेजी से बढ़ने लगती है। ऐसे में स्वास्थ्य की रक्षा के लिए शीतलता प्रदान करने वाली चीजों का सेवन और दान करने की परंपरा हिंदू धर्म में हैं ताकि जिनके पास साधनों की कमी है वह भी उन चीजों का उपभोग करके अपनी सुरक्षा कर पाएं। यही वजह है कि बैसाख और ज्येष्ठ महीने में हिंदू धर्म में शीतलता प्रदान करने वाली चीजों को दान करने की बात बतायी गई है। वीडियो में देखें बैसाखी के दिन क्या खाना चाहिए क्या नहीं ?
On the day of Baisakhi, the Sun enters Aries. In astrology, Aries has been called the zodiac sign of fire element. And Sun is also a planet of fire element. In such a situation, when the Sun enters Aries, then the heat starts increasing rapidly. In such a situation, there is a tradition in Hinduism of consuming and donating things that provide coolness to protect health, so that even those who lack resources can protect themselves by consuming those things. This is the reason that in the month of Baisakh and Jyestha, it has been told to donate things that provide coolness in Hinduism. Religious Significance of Sattu
#BaisakhiKeDinKyaKhayaJataHai
~HT.97~PR.111~