नवरात्र का पांचवा दिन - जयति जय स्कंदमाता - Devi Skandamata Aarti - मां स्कंदमाता की आरती ~ @Spiritualactivity
Skandamātā (स्कन्दमाता) is the fifth among the Navadurga forms of Mahadevi. Her name comes from Skanda, an alternate name for the war god Kartikeya, and Mātā, meaning mother. As one of the Navadurga, the worship of Skandamātā takes place on the fifth day of Navaratri. Her abode is in Vishuddha chakra.
स्कंदमाता की दाहिनी भुजा में कमल पुष्प, बाई भुजा वरमुद्रा में है। इनकी तीन आंखें व चार भुजाएं हैं। वर्ण पूर्णत: शुभ कमलासन पर विराजित तथा सिंह इनका वाहन है। इन्हें पद्मासन देवी भी कहा जाता है। पुत्र स्कन्द इनकी गोद में बैठे हैं।
You can subscribe us by clicking this link : https://bit.ly/3G7TbVJ