चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू होने जा रही है. इसके साथ ही पिंगल नामक संवत्सर यानी हिंदू नववर्ष भी शुरू हो जाएगा. इस साल चैत्र नवरात्रि में माता का वाहन नाव होगा. साल में 4 बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. आश्विन और चैत्र मास की नवरात्रि सबसे ज्यादा प्रचलित है. चैत्र नवरात्रि से ही नए युग की शुरुआत हुई थी. इसलिए संवत का आरंभ भी चैत्र नवरात्रि से ही होता है. चैत्र नवरात्रि में इस बार पूरे नौ दिनों की नवरात्रि मनाई जाएगी. वहीं नवरात्रि की शुरुआत घटस्थापना से की जाती है चलिए आपको बताते हैं चैत्र नवरात्रि पर कलश स्थापना की विधि और कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है.
Chaitra Navratri is going to start from 22 March. Along with this, the Samvatsar named Pingal i.e. Hindu New Year will also start. This year in Chaitra Navratri, the vehicle of Mother will be a boat. Navratri festival is celebrated 4 times in a year. Navratri of Ashwin and Chaitra month is most popular. The new era started from Chaitra Navratri itself. That's why Samvat also starts from Chaitra Navratri. This time in Chaitra Navratri, the whole nine days of Navratri will be celebrated. On the other hand, Navratri is started with Ghatasthapana, let us tell you what is the auspicious time and method of setting up the urn on Chaitra Navratri.
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