फोगाट ने कहा कि माता-पिता बेटियों की शादी व उनके दहेज की चिंता नहीं करें। बेटियों को काबिल बनाएं। वे जिस फील्ड में जाना चाहें उसे भेजें। काबिल बन जाएंगी तो दहेज की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। खुद को नाजुक नहीं बनाएं। शारीरिक श्रम करें। संस्कार गूगल से नहीं बल्कि दादा, दादी व