प्रकृति हैं तो जीवन है, यदि प्रकृति नहीं तो जीवन भी नहीं बचेगा। कोरोना के दौरान जब ऑक्सीजन की कमी हुई और ऑक्सीजन की कमी से जान चली गई तो पेड़ों का महत्व पता चला। इसी परेशानी को देखते हुए अलवर शहर निवासी कक्षा 11 वी के विद्यार्थी युवराज प्रधान ने पेड़ लगाने का संकल्प लिया।