धार्मिक मान्यता है कि फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को राजा जनक की पुत्री और भगवान श्रीराम की पत्नी माता सीता का प्राकट्य हुआ था। तभी से इस दिन को जानकी जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस पर्व को सीता अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। चलिए आपको बताते है जानकी जयंती का महत्व क्या है.
It is a religious belief that on the Ashtami date of Krishna Paksha in the month of Phalgun, mother Sita, the daughter of King Janak and wife of Lord Shriram, appeared. Since then this day is celebrated as Janaki Jayanti. This festival is also known as Sita Ashtami. Let us tell you what is the importance of Janaki Jayanti.
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