किसी राज्य में सबसे बड़ा पुलिस अधिकारी या राज्य में पुलिस का सबसे बड़ा बॉस डीजीपी (DGP) या पुलिस महानिदेशक (Director General Of Police) कहलाता है। ऐसे में ज़ाहिर है, पुलिस के हर वरिष्ठ अधिकारी की ये चाहत होती है, कि वो अपनी सर्विस में उस शीर्ष पद तक ज़रूर पहुंचे। आमतौर पर देखा जाता है कि राज्य में सबसे सीनियर-मोस्ट पुलिस अधिकारी को ही इस पद के लिए चुना जाता है, जिसकी सर्विस का सेवाकाल भी कम वर्षों का बचा होता है। इसीलिए अधिकतर DGP अपने पद से सीधे सेवानिवृत्त या रिटायर ही होते हैं। इस तरह से इस पद के दावेदार टॉपमोस्ट ऑफिसर्स की संख्या भी किसी राज्य में 3-4 तक हो सकती है। लेकिन राज्य में DGP की नियुक्ति कोई मनमाने तरीके से नहीं कर सकता। बल्कि इनकी नियुक्ति-प्रक्रिया से जुड़े कुछ खास नियम कायदे भी होते हैं (DGP Appointment Proceidure)। किसी राज्य में पुलिस विभाग का सबसे शीर्ष अधिकारी DGP ही होता है। ऐसे में प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की रणनीति और अंतिम ज़िम्मेदारी भी इन्हीं की होती है। लेकिन इस शीर्ष पद पर सीधे नियुक्ति नहीं हो सकती।
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