श्री चारभुजाजी (कोटडी). भीलवाड़ा.
कोटड़ी चारभुजा नाथ दरबार में पहली बार चारभुजानाथ व सरवेश्वर महादेव के एक साथ महाकाल की तर्ज पर स्वर्ण महाआरती हुई। जिसमें भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। संध्याकालीन महाआरती दशम सेवा मंडल बड़ा मंदिर पुर व कोटड़ी श्याम भक्त प्रेमी मंडली द्वारा