साल 2023 में दुनिया के हर तीसरे शख्स की नौकरी खतरे में पड़ सकती है. जी हां दुनियाभर की इकोनॉमी साल 2023 में 2022 से भी खराब रहने वाली है. ऐसा कहना है. इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) की हेड क्रिस्टलीना जॉर्जीवा का. उन्होंने कहा है कि साल 2023 में एक तिहाई दुनिया मंदी का शिकार होगी.उन्होंने ये भी कहा कि जिन देशों में मंदी नहीं आएगी वहां भी लोगों को बिगड़ते आर्थिक हालातों का सामना करना पड़ेगा. जॉर्जीवा ने ग्लोबल रिसेशन 2023 के पीछे चीन, अमेरिका और यूरोपियन यूनियन की स्लोडाउन होती अर्थव्यवस्था को इसका जिम्मेदार बताया है.
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