2023 में टिकट की दावेदारी के लिए बीजेपी में नई पौध तैयार हो चुकी है. लेकिन बीजेपी का नियम ही उनके भविष्य के आड़े आ रहा है. ये नियम है नेता पुत्र या पुत्री को टिकट न देना. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूरी दमदारी से इस नियम की हिमायत कर चुके हैं. पीएम नरेंद्र मोदी तो यूपी चुनाव में जीत के लिए इस नियम के सख्ती से पालन को क्रेडिट भी दे चुके हैं. लेकिन एमपी में तस्वीर कुछ अलग हो सकती है. यहां ऐसे नेताओं की फेहरिस्त लंबी है जिन्हें अपने बच्चों के लिए टिकट की उम्मीद है. इस उम्मीद को और मजबूती दे दी है कोर कमेटी के एक सदस्य ने. सिर्फ नेताओं के बच्चों को ही नहीं 75 साल पार वालों को टिकट देने पर भी इस सदस्य ने सही ठहराया. एक अहम कमेटी के सदस्य का ये बयान बीजेपी की अंदरूनी सियासत में क्या रंग दिखाएगा.