करुण डहरिया पहले भी विवादों में रह चुके हैं। जब वे जांजगीर-चांपा के पामगढ़ में SDM थे, तब उन्होंने छात्रों का ज्ञापन लेने से इनकार कर दिया था और पुलिस बुलाने की धमकी दी थी। ये छात्र पामगढ़ के सबसे पुराने शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल हिंदी माध्यम को बंद नहीं करने की मांग कर रहे थे।