रतलाम में दिवाली के एक दिन पहले (नरक चतुर्दशी को) श्मशान में जलती चिताओं के बीच दिवाली मनाने की अनोखी परंपरा की काफी चर्चा रहती है। बीते 16 साल से ये परंपरा निभाई जा रही है। नरक चतुर्दशी के दिन एक श्मशान में गजब नजारा होता है। एक तरफ जलती चिताएं तो दूसरी तरफ बच्चे, बूढ़े, महिलाएं दीए जलाकर आतिशबाजी करते नजर आते हैं। सैकड़ों लोग यहां दीपदान करने और पूर्वजों को याद करने पहुंचते हैं। यहां लोग दीप जलाते है और रंगोली बनाकर ढोल-बाजे और आतिशबाजी के साथ दीपावली मनाई जाती है।