Sharad Purnima has a very special place in Sanatan Dharma. The full moon of the Shukla Paksha of Ashwin month is called Sharad Purnima. On this day nectar showers from the sky. Sharad Purnima is also known as Raas Purnima or Kojagari Purnima. Watch Video To Know Sharad Purnima Ke Din Kya Karna Chahiye Kya Nahi Karna Chahiye ?
शरद पूर्णिमा का सनातन धर्म में बहुत खास स्थान है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन आसमान से अमृत वर्षा होती है। इस साल शरद पूर्णिमा 9 अक्टूबर 2022 को पड़ रहा है। शरद पूर्णिमा को रास पूर्णिमा या कोजागरी पूर्णिमा भी कहा जाता है। शरद पूर्णिमा के दिन व्रत रखकर चांद की पूजा की जाती है और खीर का प्रसाद चढ़ाकर खुले आसमान के नीचे रातभर रखा जाता है। पुराणों के अनुसार द्वापर युग में इसी पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण ने महारास रचाया था इस दिन गोपियों के संग रास रचाया था और मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात को चन्द्रमा से अमृत की वर्षा होती है। यह अमृत चन्द्रमा की 16 कलाओं में से धरती पर बरसता है। वीडियो में जानें शरद पूर्णिमा 2021 के दिन क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए ?
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