जद (यू) के पूर्व नेता पवन वर्मा ने मुलाकात की जमीन बनाई। प्रशांत किशोर से मिलने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सिफारिश की और राजनीति के चतुर खिलाड़ी नीतीश ने समय देने में जरा भी देर नहीं लगाई। यह वही नीतीश कुमार हैं जो कुछ दिन पहले प्रशांत किशोर के बयानों को लेकर कह रहे थे कि न जाने क्या अंड बंड बकता रहता है। जद(यू) के अध्यक्ष ललन सिंह ने भी पीके को अब व्यवसायी बता डाला। खबर है कि अभी पीके खुद नहीं समझ पा रहे हैं कि वह आगे कैसे नीतीश के खिलाफ अक्रामक हों। वह नीतीश कुमार के जिस ऑफर को ठुकराने की बात कर रहे हैं, यह पीके के करीबियों को ही हजम नहीं हो रही है। उन्हें पीके के मिलने की योजना भी कम समझ में आ रही है। वहीं इस बारे में जद (यू) के एक बड़े नेता का कहना है कि पीके का काम हो गया। वह चाहे जितना एड़ी-चोटी का जोर लगा लें, लेकिन छब्बे बनने गए थे और दूबे बनकर लौट आए हैं।