जिस दिन नई दिल्ली में इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई थी, उस दिन 09 सितंबर को स्वतंत्रता सेनानी की बेटी अनीता बोस फाफ को उम्मीद थी कि उनके पिता के अवशेषों को उनकी मातृभूमि में वापस लाया जाएगा और एक अंतिम विश्राम स्थल.. ANI से बात करते हुए, अनीता बोस ने कहा, "वह (नेताजी) स्वतंत्र भारत में पैर नहीं रख सके... मेरी इच्छा है कि कम से कम उनके अवशेष अपनी मातृभूमि पर लौट आएं और अंतिम विश्राम स्थान खोजें... दस्तावेज़ीकरण इस बात का प्रमाण है कि उनकी मृत्यु 18 अगस्त, 1945 को हुई थी... वर्तमान ताइवान में विमान दुर्घटना.... मुझे उम्मीद है कि उनकी राख को देश वापस लाया जाएगा..."