प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोस्तों का दायरा बहुत बड़ा है. बराक ओबामा और शिंजो आबे जैसी अंतर्राष्ट्रीय हस्तियों से लेकर हिंदुस्तान में विपक्षी पार्टियों के नेताओं तक उनके कई मित्र हैं. इन्हीं में से एक गुलाम नबी आजाद भी हैं. आजाद की अब तक की पूरी राजनीति कुल जमा कांग्रेसी होने की है. वो 46 साल से कांग्रेस में रहे, आज छोड़ दी. कांग्रेस से आजाद होने की असली वजह क्या है... आखिर कौन सी वो टीस थी जो अब बर्दाश्त नहीं हो रही थी... वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिखकर कांग्रेस (Congress) से इस्तीफा दिया है. उन्होंने इस्तीफा देते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की आलोचना की. गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी को अपने त्याग पत्र में कहा कि, "दुर्भाग्य से राहुल गांधी के राजनीति में प्रवेश के बाद और विशेष रूप से जनवरी 2013 के बाद जब उन्हें आपने वीपी के रूप में नियुक्त किया, तो उनके द्वारा पहले से मौजूद पूरे परामर्श तंत्र को ध्वस्त कर दिया गया." नबी आजाद ने बाद में जम्मू में एक भाषण के दौरान पीएम मोदी (PM Modi) की प्रशंसा की था और कहा था कि वह शीर्ष पद हासिल करने के बाद भी अपनी जड़ों को नहीं भूले हैं. देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट.