लेकिन आज की तारीख़ में बिना किसी सबूत के आरोपों में कोई दम नहीं होता क्योंकि अब वो दौर ख़त्म हो गया है जब इसी पार्टी के नेता बार-बार आरोप लगाते थे और कोर्ट में मामला जाने पर माफ़ी मांग लेते थे...सवाल ये भी है कि आम आदमी पार्टी शराब नीति के नाम पर घोटाले के आरोपों का सीधा जवाब क्यों नहीं देती...इस बात का जवाब क्यों नहीं देती कि शराब नीति को वापस क्यों लिया...शराब नीति में ऐसा क्या हो गया कि दिल्ली सरकार को घाटे का सामना करना पड़ा..