आज की कहानी का नाम ‘वो’ है। जिसमें एक ऐसे चेहरे की लड़की के बारे में बताया गया है जिसके चेहरा बुरी तरह बिगड़ा हुआ दिखाई देता है। कोई उसके पास नहीं बैठता। यहाँ तक की उसको कई यातनाओं का भी सामना करना पड़ता है। मगर अंत में वो एहसास करा देती है कि वो कौन है।
रशीद जहान (25 अगस्त 1905 - 29 जुलाई 1952) एक भारतीय लेखक और चिकित्सक थीं जो अपने उर्दू साहित्य और तीखी सामाजिक टिप्पणियों के लिए जानी जाती थीं। उन्होंने लघु कथाएँ और नाटक लिखे और अंगारे किताब (1932) में योगदान दिया, जो सज्जाद ज़हीर, अहमद अली और महमूदुज़ ज़फ़र के सहयोग से लिखी गई अपरंपरागत लघु कथाओं का संग्रह है।
अपने जीवनकाल के दौरान, जहान प्रोग्रेसिव राइटर्स मूवमेंट और इंडियन पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन की सक्रिय सदस्य थीं। जहान को अब तक की पहली नारीवादियों में से एक कहा गया है और वह एक प्रमुख भारतीय कम्युनिस्ट थीं।
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