नए संसद भवन के लिए बनाए गए नए अशोक स्तंभ चिह्न पर शुरू हुआ विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. इतिहास के प्रोफेसर और दिल्ली विधानसभा के पूर्व स्पीकर योगानंद शास्त्री ने कहा है कि चाहे जितने भी पैसे बर्बाद हों, इस नए अशोक स्तंभ के चिह्न को हटा देना चाहिए, क्योंकि देश के गौरव से बड़ा कुछ भी नहीं है. सांस्कृतिक भारत पर लिखी महत्वपूर्ण किताबों से मूल अशोक स्तम्भ शीर्ष को दिखाते हुए योगानंद शास्त्री ने नए-पुराने का अंतर विस्तार से बताया है. इस मसले पर योगानंद शास्त्री से विस्तार से बात की है रविकांत ने. देखिए ये वीडियो.