वैसे भारत में विपक्ष ने मांग की है कि श्रीलंका के मुद्दे पर सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए...हिंदुस्तान श्रीलंका की मदद तब ही कर पाएगा जब वहां राजनीतिक अस्थिरता के हालात खत्म होंगे....अभी तो सरकार और जनता आमने-सामने हैं....आज रानिल विक्रमसिंघे कार्यवाहक राष्ट्रपति क्या बने, लंका कांड का दूसरा अध्याय लिख दिया गया। सड़कों पर जन आक्रोश और महलों में दुबकी सरकार। इस नई कोलंबो क्रांति का चश्मदीद एबीपी न्यूज भी बना। देखिए मेरे सहयोगी अंकित गुप्ता और मनोज अधिकारी की एक्सक्लुसिव रिपोर्ट।