दुनिया के धनी और विकासशील देशों के समूह जी-20 (G20) के विदेश मंत्रियों (Foreign Ministers) की बैठक इंडोनेशिया (Indonesia) के बाली (Bali) आज होगी. इस वार्ता का एजेंडा वैश्विक सहयोग और खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देना है, लेकिन इसमें यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) की गूंज सुनाई देने की उम्मीद की जा रही है. भारत इस बार G-20 शिखर सम्मेलन को लद्दाख में आयोजित करने की तैयारी कर रहा है. उसके इस प्रस्ताव को जहां प्रधानमंत्री मोदी का मास्टरस्ट्रोक बताया जा रहा है, वहीं मोदी के इस प्रस्ताव से पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान को मिर्ची लग गई है. भारत सरकार ने इस बार G20 सम्मेलन को लद्दाख में आयोजित करने का मन बनाया है. सूत्रों के मुताबिक सरकार ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है. मोदी सरकार के इस फैसले को मास्टर स्ट्रोक कहा जा रहा है. गौरतलब है कि करीब मई 2020 से लगातार चीन और भारत लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर एक दूसरे के आमने सामने है. न्यू इंडिया की विदेशनीति नई है, ये पहले से ज्यादा कठोर, ज्यादा आक्रामक, ज्यादा निर्णायक और दो टूक संदेश देने की नीति है. भारत ने संदेश दे दिया है कि अगर उसका अहित किया गया तो चीन को अंतरराष्ट्रीय मंच से लेकर उसके घर तक घेरने की नीति तैयार कर ली गई है.