नौशाद अली
जिस उम्र में आजकल के बच्चे मोबाइल पर गेम्स खेलने में अपना समय गुजारते हैं और कुछ तो अपनी पिता की जीवनभर की कमाई ही लुटा दे रहे हैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाला 13 साल का एक किशोर मयंक अपनी कला-हुनर और लगनशीलता से भविष्य में कुछ कर गुजरने का सपना बुन रहा है