स्मार्ट सिटी योजना को लागू करने का मकसद विकास को गति देना, प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना और शहरवासियों को जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना था, लेकिन राजधानी में अब तक ये ख्वाब अधूरे हैं। जबकि, स्मार्ट सिटी के तहत यहां पर विकास कार्य होते हुए सात वर्ष पूरे हो चुके हैं।