Under Trial Prisoners in India: भारत की जेलों में बंद हर चार में से तीन कैदी ऐसे हैं, जिन्हें अदालत अभी तक दोषी साबित नहीं किया है। कानून की भाषा में इन्हें विचाराधीन कैदी कहा जाता है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानि एनसीआरबी (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक 2020 के अंत तक जेलों में बंद ऐसे विचाराधीन कैदियों की तादाद 1,16,663 थी...दूसरी तरफ देश की जेलों की हालत ऐसी है कि जिस जगह पर 100 कैदियों को रहना चाहिए था, वहां 136 कैदी रह रहे हैं।