#PrashantKishor #Congress #SoniaGandhi
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके के कांग्रेस में शामिल होने की तमाम अटकलों और खबरों पर आखिरकार विराम लग गया। दरअसल कांग्रेस में पीके की भूमिका को लेकर तमाम उहापोह थे, तो प्रशांत किसी भी कीमत पर 2017 के उत्तर प्रदेश प्रयोग को फिर से दोहराना नहीं चाहते हैं। यही वह बिंदु है जहां दोनों के बीच बातचीत बनते-बनते बिगड़ गई। लेकिन पीके और कांग्रेस की बातचीत टूटी है दोस्ती नहीं।