कोटा. भ्रष्टाचार निवारण न्यायालय के न्यायाधीश प्रमोद कुमार मलिक ने सोमवार को सुनवाई करते हुए वर्ष 1998 में चारागाह भूमि को आबादी में कन्वर्ट करवाकर, उस पर भूखण्ड काटकर नीलामी के जरिए विक्रय करने के मामले में बृजमोहन सोनी, राजेन्द्र कुमार, जितेन्द्र कुमार एवं कस्तूरचंद