आज सूत्रधार में देखिए कि कैसे एक आईएएस अधिकारी अपनी FIR दर्ज करवाने के लिए पिछले एक महीने से थाने के चक्कर काट रहा है लेकिन पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है। वहीं, दूसरी स्टोरी में देखिए राजधानी का बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम यानी BRTS बेकाम का साबित हो चुका है। प्रोजेक्ट पर करीब 450 करोड़ खर्च हो चुके हैं। इतना ही नहीं, 10 साल में ही तोड़-फोड़ पर 74 करोड़ पानी में चले गए। साथ ही देखिए कि कैसे मौत बांट रही सीहोर की जयश्री गायत्री फूड फैक्टरी को लेकर ग्रामीण जागरूक हुए है। पिपलिया मीरा गांव की ग्रामसभा ने फैक्टरी की NOC निरस्त कर दी है।